देवावर्णवाद Posted by kundkund Date July 23, 2026 Comments 0 comment‘स्वर्गलोक में रहने वाले देवी-देवता सुरापान करते हैं और मांस खाते हैं इस प्रकार देवगति के देवों पर मिथ्या आरोप लगाना यह देवावर्णवाद है।Share:ABOUT INSTRUCTOR kundkund Previous post ज्ञानावर्ण July 23, 2026You may also like antarang tap 19 April, 2024antarang tap अंतरंग तप 5 September, 2023 moksh maarg prakashak 4 September, 2023