दर्शनविनय Posted by kundkund Date July 23, 2026 Comments 0 commentशंकादि दोषों से रहित तत्त्वार्थ का श्रद्धान करना और सच्चे देव शास्त्र गुरू की पूजा भक्ति आदि में तत्पर रहना दर्शन- विनय है ।Share:ABOUT INSTRUCTOR kundkund Previous post ज्ञानावर्ण July 23, 2026You may also like antarang tap 19 April, 2024antarang tap अंतरंग तप 5 September, 2023 moksh maarg prakashak 4 September, 2023