चतुद्रशपूर्वी Posted by kundkund Date July 23, 2026 Comments 0 commentजो साधु संपूर्ण आगम अर्थात् ग्यारह अंग व चौदह पूर्व में पारंगत हैं और श्रुतकेवली कहलाते हैं। उनके चतुद्रशपूर्वी नामक बुद्धि ऋद्धि होती है।Share:ABOUT INSTRUCTOR kundkund Previous post ज्ञानावर्ण July 23, 2026You may also like antarang tap 19 April, 2024antarang tap अंतरंग तप 5 September, 2023 moksh maarg prakashak 4 September, 2023