कूटलेखक्रिया
दूसरे के द्वारा नहीं कहे गये अथवा नहीं किए गये किसी कार्य के विषय में ऐसा कहना कि वह उसने कहा है अथवा किया है, इस प्रकार धोखा देने के अभिप्राय से कपटपूर्ण लेख लिखना कूटलेखक्रिया है।
दूसरे के द्वारा नहीं कहे गये अथवा नहीं किए गये किसी कार्य के विषय में ऐसा कहना कि वह उसने कहा है अथवा किया है, इस प्रकार धोखा देने के अभिप्राय से कपटपूर्ण लेख लिखना कूटलेखक्रिया है।
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