औदारिक काय योग
- Home
- औदारिक काय योग
औदारिक शरीर द्वारा उत्पन्न हुई शक्ति से जीव के प्रदेशों में परिस्पंदन का कारणभूत जो प्रयत्न होता है उसे औदारिक काय योग कहते हैं अथवा औदारिक शरीर के निमित्त से आत्म प्रदेशों में कर्म नो कर्म ग्रहण करने की जो शक्ति है उसे औदारिक काय योग कहते हैं।
antarang tap
Not a member yet? Register now
Are you a member? Login now