एक
एक ही पदार्थ के उपलम्ब को एक अवग्रह कहते हैं। अल्प श्रोत्रेन्द्रियावरण के क्षयोपशम से परिणत आत्मा तत् आदि शब्द में से अन्यतम शब्द को ग्रहण करता है उसे एक अवग्रह कहते हैं। एक व्यक्तिरूप पदार्थ का ग्रहण करना एक अवग्रह है और एक जाति में स्थित एक पदार्थ का अथवा बहुत पदार्थों का ग्रहण करना एकविध अवग्रह कहलाता है।