उपाधि अतिचार
उपाधि शब्द का अर्थ माया होता है गुप्त रीति से मायाचार में प्रवृत्ति करना, दाता के घर का शोध करके अन्य मुनि के जाने से पूर्व में वहाँ आहारार्थ प्रवेश करना अथवा किसी कार्य के निमित्त से दूसरे नहीं जा सके, इस प्रकार से प्रवेश करना मिष्ट पदार्थ खाने को मिलने पर मुझे विरस अन्न खाने को मिला ऐसा कहना, रोगी मुनि, आचार्य की वैयावृत्ति के लिए श्रावकों से कुछ चीज मँगाकर उसका स्वयं उपयोग करना, यह उपाधि नामक अतिचार है।