उपलब्धि
जिसके द्वारा वस्तु तत्व उपलब्ध किया जाता हो या ग्रहण किया जाता हो वह उपलब्धि है। पदार्थ से उत्पन्न होने वाली तदाकार परिणत बुद्धि उपलब्धि है अथवा ज्ञान के क्षयोपशम से उत्पन्न अर्थ ग्रहण करने की शक्ति को उपलब्धि कहते हैं। चेतना, अनुभूति, उपलब्धि और वेदना एकार्थक हैं। उपलब्धि शब्द का अर्थ जिस प्रकार नेत्रादि इन्द्रियों द्वारा बाह्य पदार्थों का प्रत्यक्ष ग्रहण करने में आता है उसी प्रकार अतीन्द्रिय ज्ञान द्वारा अंतरंग पदार्थ अर्थात् अन्तरात्मा का प्रत्यक्ष अनुभव करना भी उसी शब्द का वाच्य है ।