उपकार छल
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उपकार अर्थ में मुख्य का निषेध करके वक्ता के वचनों को निषेध करना उपकार छल है। जेसे कोई कहे कि मंच रोते हैं, तो छलवादी उत्तर देता है कि कहीं अचेतन पदार्थ भी रो सकते हैं। अतएव यह कहना चाहिए कि मंच पर बैठे हुए आदमी रोते हैं।
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