उत्पाद लब्धिस्थान
जिस स्थान पर जीव संयम को प्राप्त होता है, वह उत्पाद ( प्रतिपधमान) स्थान है। मिथ्यात्व के चरम समय में देश संयत के प्रथम समय में प्रतिपध- मान स्थान होता है। असंयत के पश्चात् देश संयत के प्रथम समय में उत्कृष्ट प्रतिपधमान स्थान है। संयमासंयम को धारण करने के प्रथम समय में होने वाले स्थानों को प्रतिपधमान स्थान कहते हैं।