उतरचरहेतु
- Home
- उतरचरहेतु
Kund Kund is proudly powered by WordPress
कोई उतरचरहेतु है जैसे एक मुहूर्त के पहले भरणी का उदय हो चुका है क्योंकि इस समय कृतिका का उदय अन्यथा नहीं हो सकता यहाँ कृतिका का उदय उतरचरहेतु है कारण कृतिका का उदय भरणी के उदय के बाद होता है इसलिए वह उसका उतरचर हेतु हुआ, उसको जानता है।
antarang tap
Kund Kund is proudly powered by WordPress
Not a member yet? Register now
Are you a member? Login now