संघ
1. रत्नत्रय से युक्त श्रमणों का समुदाय संघ कहलाता है अथवा ऋषि, मुनि, यति और अनगार के समुदाय का नाम संघ है अथवा मुनि, आर्यिका, श्रावक व श्राविका के समुदाय का नाम संघ है। 2. गुण संघात को भी संघ कहते हैं। अतः कर्मों का नाश करने और दर्शन, ज्ञान और चारित्र का संघटन करने से एक साधु को भी संघ कहा जाता है।