शलाका पुरुष
तीर्थंकर चक्रवर्ती आदि मनुष्यों में श्रेष्ठ और सम्पूर्ण लोक में प्रसिद्ध पुरुषों को शलाका पुरुष कहते हैं। ये शलाका पुरुष तीर्थंकर (24), चक्रवर्ती (12), बलभद्र (9), नारायण (9) और प्रतिनारायण ( 9 ) इन नामों से प्रसिद्ध हैं इनकी संख्या तिरेसठ है। सभी शलाका पुरुष भव्य होते हैं और नियम से उसी भव में या आगामी एक दो भव में मोक्ष प्राप्त करते हैं तीन लोक में कभी चक्रवर्ती–चक्रवर्तियों का, तीर्थंकर- तीर्थंकरों का बलभ्रद – बलभद्रों का, नारायण-नारायणों का और प्रति नारायण–प्रतिनारायणों का परस्पर मिलाप नहीं होता। कदाचित् एक दूसरे के शंख की ध्वनि सुनकर दूर से रथों की ध्वजा आदि चिन्ह देखकर एक दूसरे की उपस्थिति का अहसास परस्पर हो सकता है। सभी शलाका पुरुष वज्रवृषभनाराच संहनन से सहित, सुवर्ण के समान वर्ण वाले, उत्तम शरीर के धारी, सम्पूर्ण सुलक्षणों से युक्त और समचतुरस्र रूप शरीर संस्थान से युक्त होते हैं।