निमंत्रण
गुरू अथवा साधर्मी के पुस्तक व कमण्डलु आदि को लेना चाहे तो उससे नम्रीभूत होकर याचना करे, उसे निमंत्रण कहते है ।
गुरू अथवा साधर्मी के पुस्तक व कमण्डलु आदि को लेना चाहे तो उससे नम्रीभूत होकर याचना करे, उसे निमंत्रण कहते है ।
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