जम्बूवृक्ष
जम्बूद्वीप के उत्तर कुरु में स्थित एक अनादि- निधन वृक्ष और उसका परिवार। जम्बू वृक्ष का सामान्य स्थल पाँच सौ योजन विस्तार युक्त है। मध्य में आठ योजन, किनारों पर दो कोश मोटा है। यह स्थल चारों ओर से स्वर्णमयी वेदिका से वेष्टित है। इसके बहुमध्य भाग में एक पीठ है जो आठ योजन ऊँचा है और मूल में बारह योजन, ऊपर चार योजन विस्तृत है। पीठ के मध्य में मूल वृक्ष है, जो कुल आठ योजन ऊँचा है। उसका स्कन्ध दो योजन ऊँचा और एक कोश मोटा है। इस वृक्ष की चारों दिशाओं में छः – छः योजन लम्बी, इतने ही अन्तराल से स्थित चार महाशाखाएँ हैं। शाल्मलि वृक्ष की दक्षिण शाखा पर और जम्बूवृक्ष की उत्तर शाखा पर जिन भवन हैं। शेष तीन शाखाओं पर व्यंतर देवों के निवास हैं। जम्बू वृक्ष पर इस द्वीप के रक्षक आदृत और अनादृत देव रहते हैं ।