क्षायोपशमिक सम्यक्त्व
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अनन्तानुबंधी क्रोध, मान, माया, लोभ तथा मिथ्यात्व और सम्यक् – मिथ्यात्व इन छह प्रकृतियों के उदयाभावी क्षय और उन्हीं के सदवस्थारूप उपशम से तथा सम्यक्त्व प्रकृति के उदय से उत्पन्न होने वाले तत्त्वार्थ- श्रद्धान को क्षायोपशमिक– सम्यक्त्व कहते हैं।
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