कवलाहार
मनुष्य और तिर्यंच के द्वारा कवल अर्थात् ग्रास के रूप में जो आहार मुख से ग्रहण किया जाता है वह कवलाहार है। यह खाद्य, स्वाद्य, लेह्य और पेय- ऐसे चार प्रकार का है । शाली धान्य के एक हजार धान्यों का जो भात पकाया जाता है वह एक ग्रास कहलाता है। स्वस्थ पुरूष का आहार 32 ग्रास एवं महिला का 28 ग्रास होता है।