एकेन्द्रिय जीव
पृथ्विकायिक आदि पाँच प्रकार के जीवनिकायों को मन परिणाम रहित एकेन्द्रिय जीव कहा है। पृथ्वी, जल, तेज, वायु और वनस्पति इन पाँच स्थावरों में एक अर्थात् इन्द्रिय (स्पर्शन) होती है। एकेन्द्रिय द्वीन्द्रिय, त्रिन्द्रिय चतुरिन्द्रिय ओर असंज्ञीपंचेन्द्रिय जीव मिथ्यादृष्टि नामक प्रथम गुणस्थान में ही होते हैं।