उपगूहन
उपगूहन का अर्थ छिपाना या ढक लेना है सहज पवित्र मोक्षमार्ग में अज्ञानी और असमर्थ जनों के आश्रय से उत्पन्न हुए दोषों को ढकना और उन दोषों को दूर करना यह सम्यग्दृष्टि का उपगूहन अंग कहलाता है अथवा जो सम्यग्दृष्टि दूसरे के दोषों को ढकता है और अपने गुणों को लोक में प्रकाशित नहीं करता उसे उपगूहन गुण का धारी कहते हैं इसे उपबृहण भी कहते हैं। उत्तम क्षमादि भावनाओं के द्वारा आत्मा के धर्म की वृद्धि करना उपबृहंण कहलाता है।