रत्नकरण्ड-श्रावकाचार – समन्तभद्राचार्य द्वारा रचित है । इसमें 8 अधिकार है । अधिकार सम्यग्दर्शन-अधिकार सम्यग्ज्ञान-अधिकार सम्यक-चारित्र-अधिकार अणुव्रत-अधिकार गुणव्रत-अधिकार शिक्षाव्रत-अधिकार सल्लेखना-अधिकार श्रावकपद-अधिकार
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