जहाँ पर अभेद प्रधान और भेद गौण होता है वहाँ पर संबंध समझना चाहिए। 1. संबंध सामान्य का लक्षण नयचक्र बृहद्/225 संबंधो संसिलेसो णाणीयं णाणणेय मादीहिं=ज्ञानी का ज्ञान और ज्ञेय का संसिलेश सो संबंध है। राजवार्तिक/ हिं.1/7/64 प्रत्यासत्ति है सो ही संबंध …
Tag: शब्द
- Home
- Page 2