आगम ग्रंथ। ये सर्वज्ञ भाषित, पूर्वापर विरोध से रहित, हिंसा आदि पापों के निवारक, प्रत्यक्ष और परोक्ष प्रमाणों से अबाधित, हेय और उपादेय तत्त्वों के प्रकाशक होते हैं। सिद्धांतकोष से कल्प शास्त्रादि का लक्षणभगवती आराधना / विजयोदया टीका/130/307/14कल्प्यते अभिधीयते येन …