14 Julyपाणिपात्र Posted by kundkundकर पात्र में आहार ग्रहण करने वाले निर्ग्रंथ मुनि । इस वृत्ति का प्रवर्तन तीर्थंकर वृषभदेव ने किया था । महापुराण 20.89, पद्मपुराण 4.21 पूर्व पृष्ठ अगला पृष्ठ Read More