आ.धर्मभूषण (ई.1390) द्वारा संस्कृत भाषा में रचित तीन परिच्छेद प्रमाण न्याय विषयक ग्रंथ। समय–ई.1390-1418। (ती./3/357)। पूर्व पृष्ठ अगला पृष्ठ
चंद्रप्रभ काव्य के द्वितीय सर्ग पर पं.जयचंद छाबड़ा (ई.1763-1829) द्वारा भाषा में रचित एक न्याय विषयक ग्रंथ। पूर्व पृष्ठ अगला पृष्ठ
आ.अकलंक भट्ट (ई.620-680) कृत यह न्यायविषयक ग्रंथ है। आचार्य श्री ने इसे तीन प्रस्तावों में 480 संस्कृत श्लोकों द्वारा रचकर स्वयं ही संस्कृत में इस पर एक वृत्ति भी लिख दी है। इसके तीन प्रस्तावों में प्रत्यक्ष, अनुमान व प्रवचन …
श्वेतांबर उपाध्याय श्री विनयविजय (ई.1677) द्वारा संस्कृत भाषा में रचित एक ग्रंथ। पूर्व पृष्ठ अगला पृष्ठ
श्री अकलंक भट्ट कृत लघीयस्त्रयपर आ.प्रभाचंद्र (ई.950-1020) द्वारा रचित टीका। इसमें 7 परिच्छेद हैं। (ती./2/306) पूर्व पृष्ठ अगला पृष्ठ