जीव आदि सात तत्त्व का श्रद्धान ही समयक्त्व है
सात तत्त्व — जीव और अजीव (सम्पूर्ण विश्व) और उनके संबंध रूप बंध तत्त्व (एकत्व, ममत्व कृत्तत्व और भोकृत्व), आस्रव तत्त्व (मोह सहित संकल्प और विकल्प), संवर तत्त्व (शुद्धात्मा की पहली अनुभूति अर्थात उसका भोग ), निर्जरा तत्त्व (शुद्धात्मा की पुनः पुनः अनुभूति अर्थात उसका ही उपभोग) और मोक्ष तत्त्व (शुद्धात्मा के सिवा अन्य का किंचित भी न भोग और उपभोग) । ऐसे सातों तत्त्वों का यथार्थ श्रद्धान ही समयक्त्व है।