वस्तु का स्वरूप जानने का रहस्य वस्तु में ही छुपा है और उससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण कि उसे जानने के लिए आपके पास आपके ज्ञान के सिवा कोई अन्य द्रव्य मौजूद नहीं है। अर्थात यदि कुछ भी जानना है वह …
सात तत्त्व — जीव और अजीव (सम्पूर्ण विश्व) और उनके संबंध रूप बंध तत्त्व (एकत्व, ममत्व कृत्तत्व और भोकृत्व), आस्रव तत्त्व (मोह सहित संकल्प और विकल्प), संवर तत्त्व (शुद्धात्मा की पहली अनुभूति अर्थात उसका भोग ), निर्जरा तत्त्व (शुद्धात्मा की …