अपने गुण के समान जिनके गुण हैं। ऐसे वे बालाचार्य अपने गच्छ का पालन करने के योग्य हैं, ऐसा विचार कर उस पर अपने गुण को विसर्जित करते हैं अर्थात् अपना पद छोड़कर सम्पूर्ण गण को बालाचार्य के लिए छोड़ …
जिसकी प्रभा बालुकाप्रभा की प्रभा के समान है, वह बालुकाप्रभा है। इसका यह सार्थक नाम है।