षट् खण्ड
भरत आदि 170 कर्म भूमियों रूप क्षेत्रों में से प्रत्येक में दो- दो नदियाँ व एक-एक विजया पर्वत है जिनके कारण वह क्षेत्र छह खण्डों में विभाजित हो जाते है इन्हे ही षट् खण्ड कहते है। इनमे से एक आर्य खण्ड व शेष पाँच म्लेच्छ खण्ड है। इन्ही षट् खण्डो पर चक्रवर्ती विजय प्राप्त करता है। विजयार्ध तथा आर्य खण्ड सहित तीन खण्डो को अर्ध चक्रवर्ती जीतता है।