व्याप्ति
साध्य और साधन के अविनाभाव को व्याप्ति कहते हैं। साध्य अग्नि आदि के होने पर ही साधन धूम आदि होते है तथा उनके नहीं होने पर नहीं होते। इस प्रकार के साहचर्य रूप साध्य-साधन के नियम को व्याप्ति कहते हैं। इस व्याप्ति को ही साध्य के बिना साधन के न होने से अविनाभाव कहते है जिसके होने पर जो होवे और जिसके न होने पर जो नहीं होते इसे अविनाभाव कहते हैं ।