वैधर्म्य Posted by kundkund Date July 23, 2026 Comments 0 commentसाध्य के अभाव के अधिकरण में जिसका आवृतित्त्व अर्थात् न रहना निश्चित हो, उसको वैधर्म्य कहते हैं। यह उदाहरण का एक भेद है।Share:ABOUT INSTRUCTOR kundkund Previous post ज्ञानावर्ण July 23, 2026You may also like antarang tap 19 April, 2024antarang tap अंतरंग तप 5 September, 2023 moksh maarg prakashak 4 September, 2023