मृगचारित्र Posted by kundkund Date July 23, 2026 Comments 0 commentजो अकेले ही स्वच्छंद रीति से ही विहार करते हैं और जिनेन्द्र देव के वचनों को दूषित करने वाले हैं, उनको मृगचारित्र व स्वच्छंद कहते हैं।Share:ABOUT INSTRUCTOR kundkund Previous post ज्ञानावर्ण July 23, 2026You may also like antarang tap 19 April, 2024antarang tap अंतरंग तप 5 September, 2023 moksh maarg prakashak 4 September, 2023