मार्ग प्रभावना
ज्ञान, तप, दान और जिनपूजा इनके द्वारा धर्म का प्रकाश करना मार्ग प्रभावना है अथवा सम्यग्दर्शन ज्ञान चारित्र रूप रत्नत्रय (मोक्षमार्ग) के प्रभाव से आत्मा को प्रकाशमान करना प्रभावना है अथवा रत्नत्रय और उनके धारक मुनिगण आदि का महत्व बतलाना यह मार्ग प्रभावना है यह सोलह कारण भावनाओं में से एक भावना है।