भाषा समिति
1. झूठादोष लगाने रूप पैशुन्य वचन, हास्य वचन, कठोर वचन, परनिंदा, आत्म प्रशंसा और विकथा रूप वचनों को छोड़कर स्व-पर हितकारक वचन बोलना भाषा – समिति है। 2. स्व पर हितकारक, निरर्थक बकवाद रहित मित, स्पष्ट व्यक्ताक्षर और असंदिग्ध वचन बोलना भाषा-समिति है। 3. हित मित, मधुर और मनोहर वचन बोलना भाषा समिति है।