तत्त्व प्रायोगिक शब्द
भाषात्मक शब्द और अभाषात्मक शब्द इस प्रकार शब्दों के दो भेद हैं । अभाषात्मक शब्द दो प्रकार का है- प्रायोगिक और वैसेसिक । घन और सौषिर भेद से प्रायोगिक शब्द चार प्रकार के हैं। चमड़े से मढ़े हुए पुष्कर, भेरी और दर्दुर से जो शब्द उत्पन्न होता है, वह तत् शब्द है। ताँत वाली वीणा और सुघोष आदि से जो शब्द उत्पन्न होता है, वह वितत् है। ताल, घण्टा और तालन आदि के ताड़न से जो शब्द उत्पन्न होता है वह घन शब्द है। तथा बाँसुरी व शंख आदि के फूँकने से जो शब्द उत्पन्न होता है वह सौषिर शब्द है।