गृहकर्म
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गृहों के अभिप्राय गृहकर्म आदि से है। उनमें की गई प्रतिमाओं का नाम गृहकर्म है। घोड़ा, हाथी, मनुष्य एवं बराह (शूकर) आदि के स्वरूप (चिन्ह) से निर्मित घर गृहकर्म कहलाते हैं, यह अभिप्राय है। (विशेष देखिये काष्ठकर्म)।
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