क्षायोपशमिक चारित्र
- Home
- क्षायोपशमिक चारित्र
चारित्र – मोहनीय कर्म के क्षयोपशम से आत्मा में जो विषय – कषाय से निवृत्ति और व्रतादिक में प्रवृत्ति रूप परिणाम उत्पन्न होता है, उसे क्षायोपशमिक- चारित्र कहते हैं ।
antarang tap
Not a member yet? Register now
Are you a member? Login now