कृति
किसी राशि के वर्ग या Square को कृति कहते हैं। जो राशि वर्गित होकर वृद्धि को प्राप्त होती है और अपने वर्ग में से अपने वर्गमूल को कम करके पुनः वर्ग करने पर वृद्धि को प्राप्त होती है, उसे कृति कहते हैं। एक या दो ये कृति नहीं हैं, तीन आदि समस्त संख्याएँ कृति हैं। एक संख्या का वर्ग करने पर वृद्धि नहीं होती और उसमें से उसके ही वर्गमूल को कम कर देने पर वह निर्मूल नष्ट हो जाती है। इस कारण ‘एक’ संख्या नोकृति है। जो किया जाता है वह कृति शब्द की व्युत्पत्ति है। अथवा मूलकारण ही कृति है क्योंकि जिसके द्वारा किया जाता है वह कृति है, ऐसी कृति शब्द की व्युत्पत्ति है।