कापोत लेश्या
जो दूसरों पर बहुत क्रोध करता हो, निन्दा करता हो, ईर्ष्या रखता हो, दूसरे का पराभव सोचता हो, बहुत दोषयुक्त, बहुत शोक व भययुक्त हो, आत्म प्रशंसा में लीन रहता हो, दूसरे पर विश्वास न हो, अपने समान दूसरे को न मानता हो, प्रशंसा सुनकर अति संतुष्ट हो, अपनी हानि वृद्धि को न पहचानता हो, युद्ध क्षेत्र में मरण का इच्छुक हो, प्रशंसा किए जाने पर बहुत धन आदि देवे और कर्त्तव्य – अकर्त्तव्य को कुछ न समझे ये सब लक्षण कापोत लेश्या के हैं ।