कषाय समुद्घात
कषाय की तीव्रता से जीव के प्रदेशों का अपने शरीर से तिगुने प्रमाण फैलने को कषाय समुद्घात कहते हैं। बाह्य और आभ्यन्तर दोनों निमित्तों के प्रकर्ष से उत्पन्न क्रोधादि कषाय के द्वारा कषाय समुद्घात होता है संग्राम में योद्धा लोग क्रोध में आकर लाल-लाल आँखें करके अपने शत्रु को ताकते हैं यह प्रत्यक्ष देखा जाता है। यही कषाय समुद्घात का रूप है।