कल्याणक
तीर्थंकरों के जीवन में पाँच प्रसिद्ध अवसर ऐसे आते हैं जो जगत् के लिए कल्याणकारी होते हैं, इन्हें ही पंचकल्याणक कहते हैं। गर्भ कल्याणक, जन्म कल्याणक, दीक्षा कल्याणक, ज्ञान कल्याणक और मोक्ष कल्याणक ये पाँच कल्याणक हैं। इन सभी अवसरों पर सौधर्म इन्द्र की आज्ञा से चारों निकाय के देव आकर पूजा व उत्सव करते हैं। भरत और ऐरावत क्षेत्र में पाँचों कल्याणक वाले तीर्थंकर उत्पन्न होते हैं। विदेह क्षेत्र में दो या तीन कल्याणक वाले तीर्थंकर भी होते हैं।