कर्मस्पर्श
कर्मस्पर्श आठ प्रकार है ज्ञानावरणीय कर्मस्पर्श, दर्शनावरणीय कर्मस्पर्श, वेदनीय कर्मस्पर्श, मोहनीय कर्मस्पर्श, आयु कर्मस्पर्श, नाम कर्मस्पर्श, गोत्रकर्म स्पर्श, अन्तराय कर्मस्पर्श ये आठ कर्मों का जीव के साथ विस्रसोपचयों के साथ और नोकर्मों के साथ जो स्पर्श होता है वह सब द्रव्य स्पर्श में अन्तर्भूत होता है, इसलिए वह यहाँ नहीं कहा गया है। किन्तु कर्मों का कर्मों के साथ जो स्पर्श होता है, वह कर्मस्पर्श है, ऐसा यहाँ ग्रहण करना चाहिए ।