ओम् Posted by kundkund Date July 23, 2026 Comments 0 commentयह पंच परमेष्ठी वाचक मंत्र है । अर्हन्त का अ, सिद्ध अर्थात् अशरीरि का अ, आचार्य का आ उपाध्याय का उ, और मुनि का म् । इस तरह पंच परमेष्ठी के प्रथम अक्षरों से मिलकर ‘ओम्’’ बना है ।Share:ABOUT INSTRUCTOR kundkund Previous post ज्ञानावर्ण July 23, 2026You may also like ज़िनागम का सार भाग 1 30 November, 2024 antarang tap 19 April, 2024antarang tap अंतरंग तप 5 September, 2023