उत्सर्ग लिंग
सर्व परिग्रह का त्याग करना उत्सर्ग है। सम्पूर्ण परिग्रह का त्याग जब होता है उस समय जो चिन्ह मुनि धारण करते हैं, उसको औत्सर्गिक कहते हैं। अर्थात् नग्नता को औत्सर्गिक नहीं कहते हैं। वस्त्रों का त्याग अर्थात् नग्नता, लौंच – हाथ से केश उखाड़ना, शरीर पर से ममत्व दूर करना, प्रतिलेखन-प्राणि दया का चिन्ह मयूर पिच्छिका का हाथ में ग्रहण करना इस तरह चार प्रकार का औत्सर्गिक लिंग है ।