आहार पर्याप्ति
नवीन शरीर के लिए कारणभूत जिन पुद्गल वर्गणाओं को जीव ग्रहण करता है उनको खल और रस भाग रूप परिवर्तित करने की सामर्थ्य से युक्त आगत पुद्गल स्कंधों की प्राप्ति को आहार पर्याप्ति कहते हैं। जैसे तिल को पेलकर खल (ऑयल शीड) और तेल (ऑयल) रूप में परिवर्तित किया जाता है, ऐसे ही कोई पुद्गल वर्गणाएँ खल रूप और कोई रस रूप परिवर्तित हो जाती हैं।