अशुद्धचेतना
ज्ञानानुभूतिस्वरूप शुद्ध चेतना है और कार्यानुभूतिस्वरूप तथा कर्मफलानुभूति स्वरूप शुद्धचेतना आत्मा का स्वरूप । अशुद्ध चेतना आत्मा और कर्म के संयोग से उत्पन्न होने वाली है।
ज्ञानानुभूतिस्वरूप शुद्ध चेतना है और कार्यानुभूतिस्वरूप तथा कर्मफलानुभूति स्वरूप शुद्धचेतना आत्मा का स्वरूप । अशुद्ध चेतना आत्मा और कर्म के संयोग से उत्पन्न होने वाली है।
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