अनुत्पत्तिसमाजाति
उत्पत्ति के पहले कारण के न रहने से अनुत्पत्तिसमय होता है। शब्द अनित्य है प्रयत्न की कोई आवश्यकता नहीं होने से घट की नाईं है ऐसा कहने पर दूसरा कहता है कि उत्पत्ति के पहले अनुत्पन्न शब्द में प्रयत्नावश्यकता जो अनित्यत्व के हेतु है, वह नहीं है। उसके अभाव में नित्य का होना प्राप्त हुआ और नित्य की उत्पत्ति है नहीं, अनुत्पत्ति से प्रत्यवस्थान होने से अनुत्पत्ति समाया हुआ है।