अनाभोग निक्षेपादिकरण
किसी कार्य में तत्पर रहने से अथवा तत्परता से पीछी कमण्डलु आदि पदार्थ जब जमीन पर रखे जाते हैं तब षट्काय के जीवों को बाधा देने में आधारभूत होते हैं अर्थात् इन पदार्थों से जीवों को बाधा पहुँचती है। तत्परता नहीं होने पर भी जीवा – जीव हैं अथवा नहीं इसका विचार न करके देखभाल के बिना ही उपकरणादि जमीन पर रखना, फेंकना उसे अनाभोग निक्षेपादिकरण कहते हैं ।